जिद न की होती
आज रानी बैठी, बैठी सोच रही थी, ऑपरेशन करवाएं हफ़्ता हो गया था, पर कोई उसको पूछने वाला ना था .... !!
और काम वाली भी तो ना आती थी इधर, कोई करवाता जो ना था।
और, जिस बेटे के लिए उसने इस शरीर को स्वाहा किया, वह भी तो ना जना ....।
जिस सास की खातिर उसने बार-बार जुल्म इस शरीर पर करती रही, वह तो स्वर्ग सिधार गया, और उसे इस नरक को भोगने के लिए छोड़ दिया गया ...!
19 साल की कमसिनानी जब ब्याह कर आई, तो सब उसके रूप के दीवाने हो गए, उसकी सुंदरता के आसपास चर्चा का विषय रहा।
आलीशान घर की इकलौती मालकिन वह थी, ससुर दुनिया छोड़ चुके थे, सास और ननों से भरा पूरा परिवार था।
रानी ने अपनी तरह ही दो खूबसूरत राजकुमारियों को जन्म दिया।
पर सास तो पोते का मुंह देखने के लिए ही जिंदा थी, तो रानी बार मां बनती और बेटी की खबर सुनकर गर्भपात कराती रही, सास की बातों और सामाजिक ताने-बाने को सुनानी ने यह पाप दसियों बार किया, शरीर तो शरीर ही। ज़वाब था
दे गया ……!
उसके बच्चेदानी में इन्फेक्शन हो गया।
रानी की सास पोते का मुंह देखे बिना ही स्वर्ग सिधार गई, ननदें अपने, अपने ससुराल में रथ बस गई।
रानी की बच्चेदानी निकालनी पड़ीं, कैंसर का खतरा भी मंडराने लगा…।
आज रानी अतीत को याद कर आंखें गीली कर रही है, आज उसकी बच्चियों को रोटी देने वाला भी कोई ना था, वह मन पक्का कर उठी और दो, दो फुलके बच्चों को दिया, और सास की तरफ देख कर बुदबुदाई, कि पोते की जिद ना ऐसा होता है, तो तेरी पोतियों को यों न सहना पड़ता है .... ......!
Aliya khan
07-Jul-2021 06:24 AM
बेहतरीन
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Salman ikram
28-Mar-2021 11:36 AM
Good story mam
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Apeksha Mittal
26-Mar-2021 11:57 PM
अपने बहुत अच्छा लिखा है मेंम
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